उत्तराखंड में भी अग्निपथ का विरोध शुरू, पिथौरागढ़ में सड़क पर उतरा युवाओं का हुजूम
उत्तराखंड में भी अग्निपथ का विरोध शुरू, पिथौरागढ़ में सड़क पर उतरा युवाओं का हुजूम
देहरादून: बिहार, हरियाणा, दिल्ली और यूपी के बाद उत्तराखंड में भी अग्निपथ स्कीम (Agneepath Scheme) का विरोध शुरू हो गया है। उत्तराखंड (Uttarakhand news) के पिथौरागढ़, खटीमा, चंपावत जिलों में युवाओं ने इसके खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने सड़क जाम कर योजना के खिलाफ अपना विरोध जताया।
चंपावत में गुरुवार को युवा प्रदर्शनकारी मोटर स्टेशन से गोलज्यू दरबार पहुंचे। युवाओं ने मांग की कि सरकार पहले की तरह स्थायी रूप से सेना में भर्ती करे। युवाओं को कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल का समर्थन मिला। प्रदशर्नकारियों ने मोटर स्टेशन में सरकार का पुतला फूंका। बागेश्वर में भी केंद्र की सैन्य भर्ती की नई अग्निपथ स्कीम का विरोध हो रहा है। गुरुवार को युवाओं ने जिला मुख्यालय पर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार की इस योजना को युवाओं के साथ विश्वासघात बताया।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर और खुर्जा में अग्निपथ योजना के विरोध में छात्रों ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर उन्हें तितर-बितर कर दिया। फिलहाल वहां हालात सामान्य बताए जा रहे हैं।
मायावती ने की सरकार से पुनिर्विचार की मांग
बीएसपी नेता ने सरकार से पुनर्विचार की मांग करते हुए लिखा, 'देश में लोग पहले ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी एवं सरकार की गलत नीतियों व अहंकारी कार्यशैली आदि से दुःखी व त्रस्त हैं, ऐसे में सेना में नई भर्ती को लेकर युवा वर्ग में फैली बेचैनी अब निराशा उत्पन्न कर रही है। सरकार तुरन्त अपने फैसले पर पुनर्विचार करे, बीएसपी की यह मांग है।'
यूपी में 'अग्निवीरों को पुलिस भर्ती में मिलेगी प्राथमिकता
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath ) ने बुधवार को ऐलान किया है कि प्रदेश सरकार पुलिस और संबंधित सेवाओं में भर्ती के लिए 'अग्निवीरों' (agneeveer news) को प्राथमिकता देगी। योगी आदित्यनाथ ने यह जानकारी एक ट्वीट के जरिए दी है। केंद्र सरकार ने सेना भर्ती के लिए 'अग्निपथ स्कीम' का ऐलान किया है इसमें चुने गए जवानों को 'अग्निवीर' का नाम दिया है।
यह है 'अग्निपथ योजना'
राष्ट्र के सामने आने वाली भावी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में मंगलवार को आमूलचूल परिवर्तन करते हुए, थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना का मंगलवार को ऐलान किया था। इसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की छोटी अवधि के लिए होगी। यह भर्ती कॉन्ट्रैक्चुअल आधार पर होगी। योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए उम्र की सीमा 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के बीच रखी गई है।